
भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने शनिवार को आखिरकार असम के लिए राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण की अंतिम लिस्ट जारी कर ही दी। इस लिस्ट के आते ही खलबली मच गई है। इसकी वजह है कि सूची से करीब 19 लाख लोग बाहर हो गए हैं। उनके नाम ही लिस्ट में नहीं है। हालांकि एनआरसी लिस्ट के आते ही भाजपा को बहुत बड़ा झटका लगा है। इस झटके के बारे में तो गृहमंत्री अमित शाह ने सोचा तक नहीं होगा।

जारी की गई सूची में करीब 3 करोड़ लोग
गृह मंत्रालय की ओर से असम के लिए जो एनआरसी की सूची जारी की गई है वो ऑनलाइन है। शनिवार को सामने आई सूची में 3,30,27,661 लोगों ने आवेदन किया था। हालांकि इनमें से 19 लाख छह हजार छह सौ सत्तावन लोगों को बाहर कर दिया गया है। एनआरसी की लिस्ट में सिर्फ 3,11,21,004 लोगों को शामिल किया गया है। इसी वजह से खलबली मच गई है।

जानें भाजपा को लगा कौन सा बड़ा झटका
एनआरसी लिस्ट आते ही भाजपा को जो बड़ा झटका लगा है उसके बारे में तो अमित शाह ने सोचा तक नहीं होगा। दरअसल सूची का उनकी ही पार्टी ने विरोध कर दिया है। जी हां असल में भाजपा के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने प्रेस वार्ता में शनिवार को साफ कह दिया कि उनको ये सूची मंजूर नहीं है। वो बोले कि इस सूची में आधिकारिक तौर पर पहले बताये गये आंकड़ों की तुलना में बाहर किये गये लोगों की बहुत छोटी संख्या बताई गई है। श्री दास बोले कि उनको इस लिस्ट पर भरोसा नहीं हैं और यहां भाजपाई बहुत नाखुश हैं। इसके साथ ही उन्होंने केन्द्र सरकार और राज्य से राष्ट्रीय स्तर पर एनआरसी तैयार करने की अपील कर दी।
loading...