20+ दिल्ली की भूतिया और डरावनी जगहें
Haunted Places in Delhi : देश की राजधानी दिल्ली कई लोगों का पसंदीदा शहर है, लेकिन इस खूबसूरत शहर में कई डरावनी जगहें भी हैं। आइए जानते हैं इन जगहों के बारे में-
20 Haunted Places in Delhi: दिल्ली एक ऐसा शहर है, जो आपके सपनों को आकार देने और उन्हें हकीकत में बदलने के कई वादे करता है। इस शहर ने कई प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों, संस्कृति और व्यंजनों सहित कई चीजों के कारण यह काफी लोकप्रियता हासिल कर चुका है। लेकिन हर एक सिक्के के हमेशा दो अलग-अलग पहलू होते हैं और इसलिए दिल्ली का भी एक दूसरा पहलू है। अपनी शान के लिए प्रसिद्ध दिल्ली का दूसरा पहलू काफी अंधेरा है और आपको दिल्ली में मौजूद कुछ डरावनी और भूतिया जगहों से रूबरू कराता है। उनमें से कुछ जगहें बेहद अजीब हैं और माना जाता है कि वे भूतिया हैं। इसलिए अगर आप दिल्ली की यात्रा पर हैं, तो यहां के भूतिया और डरावनी जगहों को देखना बिल्कुल भी न भूलें। इस लेख में हम आपको दिल्ली के ऐसे डरावनें जगहों के बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं 20+ दिल्ली की भूतिया और डरावनी जगहें-
दिल्ली के 20 भूतिया जगह – Haunted Places in Delhi in Hindi
जगह | किलोमीटर (शहर से दूरी) |
दिल्ली छावनी (Delhi Cantonment) | 13.2 किलोमीटर |
द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन (Dwarka Sector 9 Metro Station) | 23.9 किलोमीटर |
लोथियन कब्रिस्तान (Lothian Cemetery) | 8.5 किलोमीटर |
खूनी दरवाज़ा (Khooni Darwaza) | 3.7 किलोमीटर |
भूली भटियारी का महल (Bhuli Bhatiyari Ka Mahal) | 3.6 किलोमीटर |
कड़कड़डूमा दिल्ली कोर्ट (The Karkardooma Delhi Court) | 11 किलोमीटर |
जमाली कमाली मकबरा और मस्जिद (Jamali Kamali Tomb and Mosque) | 16.1 किलोमीटर |
संजय वन (Sanjay Van) | 15.9 किलोमीटर |
अग्रसेन की बावली (Agrasen ki Baoli) | 2.5 किलोमीटर |
दिल्ली रिज एरिया (delhi ridge area) | 70 किलोमीटर |
चोर मीनार (Chor Minar) | 11 किलोमीटर |
म्यूटिनी हाउस (Mutiny House) | 11.7 किलोमीटर |
कुतुब एन्क्लेव फेज II में डीडीए फ्लैट्स (DDA flats in Qutub Enclave Phase II) | 13.6 किलोमीटर |
मालचा महल (Malcha Mahal) | 9.3 किलोमीटर |
द रिज (The Ridge) | 11.1 किलोमीटर |
फिरोज शाह कोटला किला (Firoz Shah Kotla Fort) | 4.4 किलोमीटर |
हाउस नंबर W-3, ग्रेटर कैलाश-1 (House Number W-3, Greater Kailash I) | 12 किलोमीटर |
कर्बला ग्रेवयार्ड (Karbala Graveyard) | 6.8 किलोमीटर |
अशोक विहार फ्लायर (Ashok Vihar Flyover) | 11.6 किलोमीटर |
यमुना घाट (Yamuna Ghat) | 216 किलोमीटर |
दिल्ली छावनी (Delhi Cantonment)
हमारे देश की सुरक्षा सेवाओं द्वारा प्रबंधित एक हरे-भरे क्षेत्र में दिल्ली छावनी स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि यहां पर एक महिला की आत्मा का आश्रय है, जिसकी कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। कई लोगों द्वारा महिला की उपस्थिति की बार-बार चर्चा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि वह सफ़ेद साड़ी पहने, सफ़ेद बालों और बालों वाले हाथों के साथ विभिन्न राहगीरों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करती है। इसलिए इसे काफी डरावनी जगह मानी जाती है।
प्रवेश शुल्क
दिल्ली छावनी जाने के लिए आपको किसी तरह का प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप दिन में किसी भी समय यहां जा सकते हैं।
द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन (Dwarka Sector 9 Metro Station)
क्या आपने कभी रात के समय द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन के पास कुख्यात ‘भूतिया पेड़’ के पास से गाड़ी चलाई है? अगर आप हाउंटेड प्लेस देखना चाहते हैं, तो एक बार रात के समय यहां जा सकते है। कुछ लोगों द्वारा बताया जाता है कि यहां एक अजीबोगरीब व्यक्ति उनकी कार के साथ भाग रहा है या अचानक किसी चीज़ से उनके चेहरे पर थप्पड़ पड़ रहा है, जिसे वे देख नहीं सकते। ऐसी कहानियां यहां के बारे में कही जाती हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप किसी भी समय यहां जा सकते हैं।
लोथियन कब्रिस्तान (Lothian Cemetery)
दिल्ली में डरावनी जगहों की लिस्ट में लोथियन कब्रिस्तान का नाम शामिल है। वैसे तो कब्रिस्तान नाम से ही लोगों में खौफ पैदा हो जाती है। लेकिन इसमें सिर कटे भूत का पहलू भी जोड़ दें, तो आपको काफी ज्यादा डरा सकता है। जी हां, आपने सही पढ़ा और हां यह सुनने में फिल्मी लगता है। हालांकि, यह इस कब्रिस्तान की सच्ची स्थिति है, कई लोगों द्वारा बताया जाता है कि यहां के भूतों को अपने हाथ में कटा हुआ सिर लिए देखा गया है, उनमें से कई लोग इस कहानी को सुनाने के लिए जीवित नहीं हैं और जो जीवित हैं, वे डर के मारे कांप उठते हैं। दिल्ली के इस खौफनाक प्रेतवाधित स्थान से अक्सर राहगीरों को डरावनी हंसी और चीखें आती हुई सुनाई देती हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप इसे देखने के लिए सूर्यास्त से पहले जाएं।
खूनी दरवाज़ा (Khooni Darwaza)
यह एक ऐतिहासिक जगह है, जिसके आस-पास कई बार खून जमा देने वाली चीखें और पीड़ा भरी चीखें सुनी जाती हैं। दिल्ली के इस सबसे उजागर भूतिया स्थान में भूतिया उपस्थिति के पीछे कई अलग-अलग कारण हैं, जैसे कि तीन राजकुमारों की क्रूर हत्या और अंग्रेजों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी पर लटकाना। कारण जो भी हो, तापमान में अचानक गिरावट और इस गेट की दीवारों से भूत-प्रेत दिखाई देना आपकी हड्डियों को सिहरन पैदा कर सकता है। ऐसे में भी अगर आप यहां जाना चाहते हैं, तो एक बार जरूर जाएं।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं लगता है। आप यहां किसी भी वक्त जा सकते हैं। हालांकि, सूर्यास्त से पहले जाना सुरक्षित माना जाता है।
भूली भटियारी का महल (Bhuli Bhatiyari Ka Mahal)
14वीं सदी के ये ऐतिहासिक अवशेष उन जगहों में से एक हैं, जो स्थानीय इलाकों और आस-पास के इलाकों में कई भूतों के दिखने, गायब होने की डरावनी कहानियों और डरावनी आवाजों के लिए लोकप्रिय रूप से चर्चित हैं। स्थानीय लोग यात्रियों को सूर्यास्त के बाद इस जगह पर न जाने की सलाह देते हैं, यही एक और कारण है कि यह दिल्ली की सबसे डरावनी जगहों में से एक है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। सूर्यास्त से पहले यहां जाना सुरक्षित माना जाता है।
कड़कड़डूमा दिल्ली कोर्ट (The Karkardooma Delhi Court)
कड़कड़डूमा कोर्ट कॉम्प्लेक्स के कई वकीलों ने अपने आस-पास कई तरह के अप्राकृतिक गतिविधियों का अनुभव किया है। दरवाजों का बंद होना और खुलना, दराजों से फाइलें निकालना, टिमटिमाती हुई लाइटें, दीवारों से किसी धुंधली आकृति का दिखना और कुर्सियों का इधर-उधर बिखरा हुआ होना, ये सभी चीजें कोर्ट में लगे विजिलेंस कैमरे में कैद हो चुकी हैं। ऐसे में इस जगह को लेकर लोगों में किसी तरह का संदेह नहीं है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां किसी भी समय जा सकते हैं। हालांकि, सूर्यास्त से पहले यहां जाना सही माना जाता है।
जमाली कमाली मकबरा और मस्जिद (Jamali Kamali Tomb and Mosque)
महरौली पुरातत्व पार्क के अंदर स्थित मकबरा और मस्जिद में जमाली प्रसिद्ध सूफी संत को 1535 में कमाली के साथ दफनाया गया था। मकबरे के कक्ष के अंदर जाने पर आपको एक बेचैनी सी महसूस होती है और आस-पास की कब्रों से आपको पुकारने वाली सभी तरह की आवाजें भी सुनाई देती हैं, जिससे रात के समय यहां आना असुरक्षित हो जाता है।
प्रवेश शुल्क
यहां किसी तरह का प्रवेश शुल्क नहीं है। आप यहां किसी भी समय जा सकते हैं। हालांकि, सूर्यास्त के बाद जाना सुरक्षित नहीं माना जाता है।
संजय वन (Sanjay Van)
संजय वन करीब 10 किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। यह शहर का हरा-भरा क्षेत्र है, लेकिन यह आत्माओं से भरा भी माना जाता है क्योंकि इसमें असंख्य मजारें (सूफी संतों की समाधि) और कब्रें हैं, जो किला राय पिथौरा की टूटी हुई प्राचीर से घिरी हुई हैं। इसके अस्तित्व में आने के बाद से ही यहां बच्चों के रोने की आवाजें और अचानक धक्का-मुक्की और पंजे मारने जैसी कई घटनाएं सामने आई हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपोक किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। यहां शाम के समय जाना सुरक्षित नहीं माना जाता है।
अग्रसेन की बावली (Agrasen ki Baoli)
अग्रसेन की बावली को दिल्ली की सबसे भूतिया जगहों में गिना जाता है। जहां कई लोग इस स्मारक की शानदार वास्तुकला का आनंद लेने के लिए आते हैं। वहीं, पानी के ठीक पहले पाइप लगाए गए हैं, ताकि लोग इसमें गलती से या जानबूझकर पानी में लोग न कूदें। क्योंकि लोगों के पानी में कूदने और मरने के कई मामले सामने आए हैं। कई लोगों ने आरोप लगाया कि जलाशय में काले पानी की एक परत है, जिसमें सम्मोहन शक्तियां हैं। यह लोगों को पानी में कूदने के लिए मजबूर करती है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप कभी भी यहां जा सकते हैं।
दिल्ली रिज एरिया (Delhi Ridge Area)
कई प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि दिल्ली के इस भूतिया इलाके में एक अंग्रेज का भूत घूमता है, जिसके हाथ में एक पुरानी शैली की राइफल है। आपको कई बार ऐसा लग सकता है कि कोई आपको देख रहा है। मोबाइल नेटवर्क का कम होना, आस-पास में भयानक सन्नाटा, पक्षियों की चहचहाहट की कोई प्राकृतिक आवाज या किसी भी तरह की मीठी खुशबू का अचानक से आपको घेर लेना, जैसी घटनाएं यहां देखने को मिलती हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप किसी भी वक्त यहां जा सकते हैं।
चोर मीनार (Chor Minar)
यह मीनार भूतिया माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अलाउद्दीन खिलजी ने अपने साम्राज्य में विरोधियों के साथ-साथ मंगोलों जैसे बाहरी विरोधियों को संदेश भेजने के लिए मीनार में 200 से अधिक छेदों का इस्तेमाल उन सभी लोगों के सिर प्रदर्शित करने के लिए किया था, जिनका उसने सिर काटा था। यह काफी डरावनी जगह मानी जाती है।
प्रवेश शुल्क
इस मीनार को देखने के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप कभी भी यहां जा सकते हैं। हालांकि, सूर्यास्त के बाद जाना सुरक्षइित नहीं माना जाता है।
म्यूटिनी हाउस (Mutiny House)
म्यूटिनी हाउस का निर्माण अंग्रेजों द्वारा भारत में अपने औपनिवेशिक शासन के दौरान करवाया था। यह इमारत 1857 के विद्रोह में अपनी जान गंवाने वाले ब्रिटिश सैनिकों के सम्मान में बनाई गई थी। यह इमारत दिल्ली में घूमने के लिए सबसे भूतिया जगहों में से एक बन गई है। ऐसा कहा जाता है कि यहां लोगों ने कई तरह की अलौकिक घटनाओं का अनुभव किया है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने लोगों के कटे हुए शरीर के अंग भी देखे हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप सूर्यास्त से पहले यहां जा सकते हैं।
कुतुब एन्क्लेव फेज II में डीडीए फ्लैट्स (DDA flats in Qutub Enclave Phase II)
इस इलाके के निवासियों ने कई बार इस फ्लैट्स के पास स्थित पेड़ से उलटी लटकी एक महिला की असामान्य रूप से पीली और गंदी लाश देखी है। इसके अलावा तापमान में बदलाव, अचानक हवाएं और एक महिला की कान फाड़ देने वाली हंसी आपको बीच में ही रोक सकती है। ऐसा माना जाता है कि जिस क्षेत्र में यह परिसर स्थापित है, वह कभी कब्रिस्तान था और तब यहां कई भूतों को देखा गया था।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप किसी भी वक्त यहां जा सकते हैं। हालांकि, सूर्यास्त के बाद इसके आसपास जाना सुरक्षित नहीं माना जाता है।
मालचा महल (Malcha Mahal)
दिल्ली अर्थ स्टेशन के पास मालचा नामक एक छोटे से गांव में स्थित, यह जगह जंगलों से घिरी हुई है और इसे दिल्ली रिज के नाम से जाना जाता है। यह मूल रूप से तुगलक युग का शिकारगाह था और वर्तमान में इसके रहस्यमय निवासियों के बारे में बहुत कम जानकारी है। घने जंगल के बीच इस जगह के पास होने मात्र से आप एक भयानक एहसास का अनुभव कर सकते हैं, जिसे आप दूर नहीं कर सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां कभी भी जा सकते हैं।
द रिज (The Ridge)
दिल्ली रिज, जो कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अरावली पर्वत श्रृंखला का विस्तार है। यह एक भयावह चट्टानी और पहाड़ी वन क्षेत्र है, जहां इतिहास की कुछ सबसे भयावह घटनाएं घटित हुई थीं। आप फिरंगी भूतों को अभी भी रिज पर मंडराते हुए देख सकते हैं, जो अपने क्षेत्र को चिह्नित करते हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप किसी भी वक्त यहां जा सकते हैं।
फिरोज शाह कोटला किला (Firoz Shah Kotla Fort)
14वीं सदी के इस किले में जिन्न की मौजूदगी के बारे में कई कहानियां प्रचलित हैं। हालांकि, यह जगह अक्सर शांत रहती है, लेकिन दिल्ली में इस असली भूतिया जगह के जिन्न को खुश करने के लिए गुरुवार की शाम को लोग काफी ज्यादा आते हैं। उनमें से कुछ लोगों ने बताया है कि उनके साथ अचानक धक्का दिए जाने और पिटाई किए जाने वाली घटनाएं हुई हैं। कुछ लोगों का तो कहना है कि उनके घरों तक एक अदृश्य पहचान वाले व्यक्ति द्वारा पीछा किया गया है, जो फिर उनके लिए हर तरह की नरक लेकर आता है। यह जगह इतनी डरावनी है कि इसे भारत की सबसे डरावनी जगहों में से एक माना जा सकता है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप किसी भी वक्त यहां जा सकते हैं।
हाउस नंबर W-3, ग्रेटर कैलाश-1 (House Number W-3, Greater Kailash I)
इस कहानी की शुरुआत एक बुजुर्ग दंपत्ति की उनके घर के अंदर हत्या से होती है। और यहीं से कहानी में मोड़ आता है, क्योंकि दंपत्ति वापस लौटकर अपने घर पर कब्ज़ा कर लेते हैं। कुछ बड़बड़ाहट, कभी-कभी हंसी और भारी हवा दिल्ली के इस भूतिया घर में रहने वाले अलौकिक प्राणियों की कहानी बयां करती है। जैसा कि कहा जाता है, साहसी लोगों ने अक्सर इस मिथक को तोड़ने की कोशिश की है, लेकिन वे खाली हाथ और डरे हुए वापस आ गए हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं लगता है। सूर्यास्त के बाद यहां जाना सुरक्षित नहीं माना जाता है।
कर्बला ग्रेवयार्ड (Karbala Graveyard)
कर्बला बीके दत्त कॉलोनी में एक शिया कब्रिस्तान है, जहां ताजियों का अंतिम संस्कार किया जाता है, जो इमाम हुसैन इब्न अली (पैगंबर के पोते) के ताबूत हैं। इस जगह पर एक खौफनाक और उदास माहौल है, जो चीख-पुकार और अकेलेपन से भरा हुआ है, जो आपको परेशान कर सकता है। खासकर अगर आप शाम के समय यहां जाते हैं, तो आपको काफी डरावना सा महसूस हो सकता है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां किसी भी वक्त जा सकते हैं।
अशोक विहार फ्लायर (Ashok Vihar Flyover)
यह राजमार्ग ड्राइविंग करते समय परेशानी का सामना करने के लिए एक असंभावित स्थान जैसा लग सकता है, लेकिन अफसोस यहां ड्राइव करना इतना भी आसान नहीं है। ऐसा कहा जाता है कि यहां एक महिला सत्यवती रेल पटरियों पर मर गई थी और उसकी आत्मा आज भी लगभग 2 बजे रात को यहां कार चालकों को परेशान करती है। यदि आप उन्हें ढूंढ़ते हुए गाड़ी चलाते हुए देख रह हैं, तो घबराएं नहीं यदि वह आपकी कार के बगल में आपका साथ देने के लिए दौड़ती हुई दिखाई दे सकती है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां किसी भी वक्त जा सकते हैं।
यमुना घाट (Yamuna Ghat)
यमुना घाट को भूतहा कहा जाता है और जो लोग यहां अपनी नांव चलाते हैं उन्होंने नदी के पानी में कुछ अनियमितताएं पाई हैं, जो बिना किसी ज्ञात कारण के घूमती रहती हैं। लोगों के द्वारा यहां के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने नदी के किनारों पर लोगों की परछाइयां देखी हैं, लेकिन जब वे जांच करने के लिए पास गए तो उन्हें कुछ नहीं मिला। अब कौन जानता है कि यह पानी पर सूरज की रोशनी का एक छलावा है या वास्तव में पानी की गहराई में कुछ भयावह छिपा है, इस बारे में अबतक कुछ ज्ञात नहीं है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी भी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप किसी भी वक्त यहां जा सकते हैं।
दिल्ली के भूतिया जगहों पर घूमने का सबसे सही समय कौन सा है?
दिल्ली के भूतिया जगहों पर घूमने के लिए आप किसी भी मौसम को चुन सकते हैं। हालांकि, गर्मियों के सीजन में भीषण धूप रहती है, ऐसे में बरसात या फिर सर्दी में इन इलाकों में आप फ्री होकर घूम सकते हैं।
दिल्ली के भूतिया जगहों पर कैसे पहुंचे?
ट्रेन :अगर आप दिल्ली निवासी हैं, तो बिना किसी ट्रेन के भी आप भूतिया इलाकों में घूम सकते हैं। वहीं, अगर आप दिल्ली से बाहर से कहीं आ रहे हैं, तो अपने शहर से दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए टिकट ले सकते हैं। इसके बाद यहां आकर प्राइवेट बस या टैक्सी की मदद से दिल्ली के भूतिया इलाकों में घूम सकते हैं।
बस :दिल्ली के भूतिया इलाकों में घूमने के लिए आप दिल्ली बस सेवा का लाभ उठा सकते हैं। वहीं, बाहर से अगर आप आ रहे हैं, तो राजमार्ग पर चलने वाली बसों से आप दिल्ली पहुंच जाएं। इसके बाद यहां के लोकल बस को लेकर भूतिया इलाकों में घूमें।
हवाई मार्ग :बाहर शहर से आने वाले लोग दिल्ली हवाई अड्डे के लिए एयर टिकट ले सकते हैं। इसके बाद एयरपोर्ट पहुंचकर यहां के लोकल बस या गाड़ी की मदद से इन भूतिया इलाकों में घूमें।
दिल्ली में ठहरने के लिए होटल
होटल अर्थ
पता :ए 392, रोड नंबर 1, ब्लॉक बी, महिपालपुर गांव, महिपालपुर, नई दिल्ली, दिल्ली 110037•072919 73725
होटल प्रिंस पैलेस
पता :5116-17-18(भाग) गली थानेदार वाली, मुख्य बाजार रोड, माईबार एंड रेस्तरां के पास, पहाड़गंज, नई दिल्ली,
होटल वुडलैंड डिलक्स
पता :8235, 6, अराकाशन रोड, मुल्तानी ढांडा, पहाड़गंज, नई दिल्ली, दिल्ली
FAQ | क्या आप जानते हैं
अगर आप दिल्ली में ही रहते हैं, तो इन भूतिया इलाकों को एक साथ घूमने के लिए 1 से 2 हजार रुपये लग जाएंगे। वहीं, बाहर से आ रहे हैं, तो इन इलाकों में घूमने के साथ-साथ दिल्ली में ठहरने और यात्रा करने के रुपये लग सकते हैं, ऐसे में बजट 5 से 10 हजार के बीच पहुंच सकता है।
दिल्ली के भूतिया जगहों में घूमने का सबसे अच्छा मौसम ठंड या फिर बरसात का है।
दिल्ली के भूतिया जगहों पर घूमने के लिए आप दिल्ली के किसी अच्छे होटल में रुक सकते हैं।
रात के समय भूतिया जगहों पर जाना सुरक्षित नहीं माना जाता है। ऐसे में इन जगहों पर रात के समय न जाएं।
दिल्ली के भूतिया जगहों पर रात के समय जाना काफी ज्यादा डरावना हो सकता है। ऐसे में इन जगहों पर न जाएं। आप रात में दिल्ली के क्लब्स या फिर मार्केट जाकर घूम सकते हैं।